1000 दीपों से जगमगाया सागर झील का तट

 

 

 

*गंगा मंदिर घाट पर भक्तिसंगीत कार्यक्रम के साथ जल गंगा संवर्धन कार्यक्रम का हुआ समापन*

सागर

मध्य प्रदेश शासन के आदेश अनुसार 5 जून से 16 जून तक जल, पर्यावरण एवं जलस्रोतों के संरक्षण हेतु आयोजित किए गए प्रदेशस्तरीय जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत नगर निगम सागर में भी विभिन्न जलस्रोतों की साफसफाई संरक्षण के कार्य किये गये। रविवार को गंगा दशहरा के मौके पर लाखा बंजारा झील किनारे गंगा मंदिर घाट पर संस्कृतिक और भक्ति संगीत के कार्यक्रमों के साथ जल गंगा संवर्धन अभियान का रंगारंग समापन हुआ जिसमें सागर विधायक  शैलेंद्र जैन, बीना विधयाक श्रीमती निर्मला सप्रे, सागर महापौर श्रीमती संगीता सुशील तिवारी, नगर निगम अध्यक्ष  वृंदावन अहिरवार , कलेक्टर  दीपक आर्य ,निगम आयुक्त  राजकुमार खत्री, महापौर प्रतिनिधि  सुशील तिवारी के साथ निगम पार्षदों और बड़ी संख्या में नागरिकों की उपस्थिति में गंगा मंदिर माँ गंगा की महाआरती और सागर झील के तट पर 1000 दीपों से सजाई गई दीपमाला और झील में किए गए दीपदान के साथ जल गंगा संवर्धन अभियान का भव्य समापन हुआ।
स्थानीय स्तर पर नगर निगम द्वारा शाम 7 बजे आयोजित किए गये सांस्कृतिक और भक्ति संगीत के कार्यक्रम के पहले माननीय मुख्यमंत्री द्वारा उज्जैन में जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देखा गया उसके बाद महिलाओं ने सागर झील के किनारे 1000 दीपक जलाकर और झील में दीपदान कर संदेश दिया कि हम सबको प्राचीन जल स्रोतों का संरक्षण और उनका पुनर्जीवन करने के लिए कार्य करना है जिससे हमारी प्राचीन जल स्रोत पूर्व की भांति हमें जल उपलब्ध कराते रहे और यह अभियान का समापन नहीं बल्कि आगाज है कि हम जिस प्रकार अपने घरों को साफ स्वच्छ रखते हैं उसी प्रकार प्राचीन जल स्रोतों को साफ स्वच्छ रखने के लिए जागरूक रहे और लोगों को भी जागरूक करे, ताकि हमारे प्राचीन जल स्रोत सुरक्षित और पुनर्जीवित हों।

*भक्ति संगीत पर थिरके श्रोता*- भक्ति संगीत के कार्यक्रम के दौरान स्थानीय राधे-राधे संकीर्तन मंडल द्वारा मनमोहक भजनों की प्रस्तुति दी गई जिसे सुनकर श्रोता मंत्र मुग्ध होकर थिरके।
*1000 दीपों के जलने से जगमग हुआ सागर झील का किनारा*
सागर झील के किनारे महिला स्वासहायता समूह की महिलाओं द्वारा जब गंगा मां की महाआरती के बाद 1000 दीपों को प्रजुलित किया गया तो सागर झील का किनारा जगमग हो गया जिससे झील की सुंदर छठा देखते ही बन रही थी, और मानो दीपों की रोशनी से झील मुस्कुरा रही हो।

*गंगा मां की महा आरती की गई*
गंगा मंदिर में मां गंगे की महा आरती के दौरान बड़ी आरती जिसमें 100 से अधिक दीपक एक साथ जलते हैं से मां की आरती की गई तो मां के जयकारों से आसपास का क्षेत्र गूंज उठा और ऐसा लगा मानो मां गंगा इस
उत्सव के अवसर पर अपने भक्तों को आशीर्वाद दे रही हो।
इस अवसर पर महापौर श्रीमती संगीता सुशील तिवारी ने सभी को गंगा दशहरा की शुभकामनायें देते हुये कहा की जल संरक्षण के लिये नागरिक काफ़ी सजग हैं। जल स्रोतों के संरक्षण के लिये सदैव कार्य होते रहना चाहिए हम विस्तृत कार्ययोजना बनाकर एक स्पेशल सेल बनाकर जल स्रोतों के संरक्षण का कार्य किया जायेगा, प्राइवेट और सरकारी सभी जलस्रोतों का सर्वे कर पानी का परीक्षण आदि किया जायेगा और जल संकट के दौरान इन जल स्रोतों का उपयोग किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि जिन जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है उन्हें पुनर्जीवित किया जाएगा इन संरचनाओं का उपयोग ग्रीष्मकालीन संकट के समय जब राजघाट के पानी की सप्लाई नहीं हो पाती है उस समय किया जावेगा, इसके लिए भी विस्तृत कार्य योजना तैयार की जाएगी। नगर निगम द्वारा नगरनिगम क्षेत्र में निजी या सार्वजनिक जल संरचनाएं हैं उनका डाटा तैयार किया जाएगा तथा जल संरचनाओं के पानी का परीक्षण भी कराया जाएगा। उन्होंने नागरिकों की अपील करते हुए कहा कि जल दान कर अपना सहयोग निभाएं ,कभी-कभी पडने वाले जल संकट के समय इन जल संरचनाओं के जल का उपयोग सार्वजनिक क्षेत्र में किए जाने के लिए जल्दी ही हम एम आईं सी की बैठक में पूरी योजना को मूर्त रूप देंगे जिससे सागर में कभी भी पानी की समस्या नहीं होगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री  डॉक्टर मोहन यादव एवं नगरीय विकास एवं आवास मंत्री  कैलाश विजयवर्गीय द्वारा प्रारंभ किए गए जल गंगा संवर्धन अभियान से यह नवाचार करने की प्रेरणा हमें मिली है, अब नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत पानी के प्रबंधन हेतु नागरिकों की सहभागिता से अभियान भी चलाया जाएगा ।

सागर विधायक  शैलेन्द्र जैन ने कहा की हम सब के लिये बहुत प्रसन्नता का दिन है कि मुंबई के मरीन ड्राइव जैसा नजारा सागर झील के पास आज देखने मिल रहा है और सागर महानगर बनने की ओर अग्रसर है। हमारे पूर्वजों की निशानी सागर झील को हम सब साफ-स्वच्छ और सुरक्षित रखने का संकल्प लें तब हमारा जीवन सार्थक होगा। उन्होंने कहा की हम अपने जल स्रोतों को शोषण से बचाने का कार्य हम सब नागरिकों का है न कि केवल शासन प्रशासन का है। हमारी प्राचीन बावड़ी और कुआँ आदि जो जीर्णशीर्ण स्थिति में पहुंच कर लुप्त हो रहीं थी ,हम धन्यवाद देते हैं माननीय मुख्यमंत्री जी को कि उन्होंने स्मार्ट सिटी के अंतर्गत इन कुआँ ,बावड़ी का सुंदर कायाकल्प किया है। शहर में और भी जल स्रोतों के कायाकल्प की आवश्यकता है इसे हम शासन, प्रशासन और आप सबके सहयोग से करेंगे। गंगा मंदिर का जीर्णोद्धार किया जायेगा और सुंदर पार्क केवट जी के नाम से बनाया जायेगा। गंगा दशहरा का आगामी वर्ष में और भी भव्य शानदार आयोजन हो यह प्रयास करेंगे।

बीना विधायक निर्मला सप्रे ने कहा की जल गंगा संवर्धन अभियान के इस गरिमामयी आयोजन में मध्यप्रदेश के  मुख्यमंत्री की अनूठी पहल में हम सब को मिलजुल कर जल स्रोतों के संरक्षण का कार्य करें। जन्मदिन और अन्य मंगल कार्यों पर एक वृक्ष अवश्य लगाएं तथा उसका पालन पोषण भी हम करें। प्रकृति का हम दोहन करें शोषण नहीं। नदियों, वन आदि के संरक्षण करने का कार्य हम सब मिलकर करें।
कार्यक्रम का आभार नगर निगम आयुक्त  राजकुमार खत्री ने व्यक्त करते हुए सभी को गंगा दशहरा की शुभकामनाएं दी।

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