खिरिया वार्ड का नाला चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट

राजेश बबेले /बीना

2 दिन पहले जरा सी बारिश ने खिरिया वार्ड नाले निर्माण की खोल दी पोल

500 मीटर लंबे नाले का निर्माण करीब 68 लाख की लागत से किया जा रहा है
वार्ड की महिलाओं को इस नाले पर से मजबूर होकर निकलना पड़ रहा है माता को जल चढ़ाने के लिए

आखिर प्रशासन का क्यों नहीं है इस और ध्यान क्यों नहीं होती कोई कार्यवाही
बीना/ पिछले 6 महीने से खिरिया वार्ड बन रहे 500 मीटर लंबी नाली का निर्माण करीब 68 लाख की लागत से किया जा रहा है लेकिन यह नाला भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया एक तरफ जहां नवरात्रि जैसा पावन पर्व चल रहा है तो बड़ी माता के यहां सुबह से ही माता बहने जल चढ़ाने के लिए वहां से निकालना पड़ता है लेकिन इस नाले के कारण जरा सी बारिश होने पर चारों तरफ नाली का पानी जाम हो जाता है और रास्ता भी जाम कर देता है वहां से निकलने वाले लोगों ने बताया कि हम लोग नहा धोकर माता को जल चढ़ाने के लिए घर से निकलते हैं लेकिन यहां गंदगी के कारण हम लोगों का नहाना और न नहाना बराबर हो जाता है वार्ड की एक माताजी ने बताया कि हम लोग पिछले कई महीनो से इस नाले के कारण बहुत परेशान हो रहे हैं जब-जब भी थोड़ी सी बारिश होती है तो नाली का पानी घरों में चला जाता है लेकिन ठेकेदार की लापरवाही के चलते एवं प्रशासन की लापरवाही के चलते इस और किसी का ध्यान नहीं जा रहा।गौरतलब दो दिन पहले बीना में हुई जरा सी बारिश ने बीना शहर के खिरिया वार्ड में बनाए जा रहे नाला निर्माण की पोल खोल कर रख दी है। रविवार को लोगों की शिकायत के बाद नपाध्यक्ष लता सकवार ने पार्षद प्रतिनिधि विकास राजपूत के साथ वार्ड का दौरा किया। जहां नगरपालिका अध्यक्ष ने उपयंत्री के प्रति नाराजगी जताते हुए कहा कि उपयंत्री उनकी कोई बात नहीं सुनती है, जिसके कारण वार्डों में सही तरीके से काम नहीं हो पा रहा है और इस तरह की समस्याएं वार्डो में सामने आ रही है।

नगरपालिका अध्यक्ष लता सकवार ने कही अपनी पीड़ा

मिली जानकारी के मुताबिक बीना के खिरिया वार्ड में 500 मीटर लंबे नाले का निर्माण करीब 68 लाख की लागत से किया जा रहा है। नाले पर अतिक्रमण होने व उसे सही ढंग से नहीं बनाए जाने के कारण कुछ देर हुई बारिश में नाले से गंदगी बाहर आकर लोगों के घरों में पहुंच गई।जब लोगों ने इसकी शिकायत नगरपालिका अध्यक्ष लता सकवार से की तो वह निरीक्षण करने के लिए वार्ड पार्षद प्रतिनिधि विकास राजपूत के साथ पहुंची। इस दौरान उन्होंने अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए कहा कि उपयंत्री शिखा दीक्षित उनकी सुनती नहीं है।
जिसके कारण काम सही ढंग से नहीं हो रहे हैं। इसलिए इस प्रकार की स्थिति निर्मित हो रही है। लेकिन यह बात हमेशा सामने आती है कि जब भी नगर में कोई निर्माण कार्य होता है तब उस समय पर ध्यान क्यों नहीं दिया जाता है। काम पूरे होने के बाद जब कोई समस्या आती है तो एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए जाते हैं।

कई बार शिकायत की लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया
वार्ड पार्षद प्रतिनिधि विकास राजपूत ने बताया कि काम सही ढंग से नहीं होने की शिकायत कई बार की गई है लेकिन उस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। अब जरा सी बारिश में ही नाले की गंदगी घरों में जा रही है।

*वार्ड की महिलाओं को बड़ी माता को जल चढ़ाने निकालना पड़ता है*

वार्ड की एक माताजी ने बताया कि घर से नहा कर निकलते हैं बड़ी माता रानी को जल चढ़ाने पर इस नाले के कारण हम वार्ड वासियों को बहुत परेशानियां झेलनी पड़ती है कभी-कभी नाले के पानी के छींटे हम लोगों के शरीर पर भी आ जाते हैं जिससे लौटकर घर जाकर पुनः हम लोगों को नहाना पड़ता है आखिर कब तक यह भ्रष्टाचार की भेंट यह नाला चढ़ता रहेगा आखिर नगर पालिका का ध्यान आकर्षित क्यों नहीं होता एक तरफ सरकार कहती है कि भ्रष्टाचार बंद है लेकिन हमारे वार्ड में तो यह नाला भ्रष्टाचार की भीड़ चढ़ ही गया।

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