



मेले में 11 ऋषियों की प्रस्तुति, भक्तामर पाठ, वेशभूषा परिधान प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
सागर
पीटीसी मैदान में 11 दिवसीय स्वदेशी मेला के चौथे दिन बुधवार को लोगों की भीड़ उमड़ी। स्वदेशी जागरण मंच के तत्वावधान में स्वर्णिम भारतवर्ष फाउंडेशन के माध्यम से यह मेला आयोजित किया जा रहा है। मेला प्रांगण में छात्रों द्वारा 11 ऋषियों की प्रस्तुति, अटल बिहारी वाजपेई के जन्मदिन एवं डॉ हरिसिंह गौर की पुण्यतिथि पर संगीतकार सुश्री अहिंसा जैन द्वारा भक्तामर पाठ किया गया। भक्तामर पाठ में शहर की 52 सामाजिक संस्थाएं ने एक-एक काव्य पर आचार्यश्री की छायाप्रति के समक्ष दीप जलाया। इसके अलावा वेशभूषा परिधान प्रतियोगिता, पंजाबी समाज ने लोकगीत और लोकनृत्य की प्रस्तुति दी। भक्तामर पाठ कार्यक्रम का संयोजन दीप्ति चन्देरिया एवं सुनीता अरिहंत ने एवं संचालन एड रश्मि ऋतु जैन, रश्मि सबलोक, अलोक जैन ने किया।
मुख्य अतिथि विधायक शैलेन्द्र जैन, अनु जैन, नगर निगम उपाध्यक्ष वृंदावन अहिरवार, मेला संयोजक कपिल मलैया एवं अन्य अतिथियों ने दीप जलाकर मेला की शुरूआत की। इस अवसर पर विधायक शैलेन्द्र जैन ने बैलगाड़ी में सवार होकर मेला का आनंद लिया। उन्होंने कहा कि आधुनिक युग में जहां बैलगाड़ी अपना अस्तित्व खो रही है वहीं स्वदेशी मेला में इस प्रकार के आयोजन होना शहर के लिए गौरव की बात है।
स्वदेशी जागरण मंच के प्रांत समन्वयक और मेला संयोजक कपिल मलैया ने बताया कि मेले की खासियत है कि लोगों को एक ही छत के नीचे स्वदेशी सामान उपलब्ध हो रहे हैं। विभिन्न सांस्कृतिक रंगों की छटा एकता की प्रतीक है। खान-पान और हस्तशिल्प के नायाब विकल्प यहां हैं। स्वदेशी मेला विविधता में एकता की कड़ियों को मजबूत करने के साथ ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की अवधारणा को भी आगे बढ़ाता है।
मेला पालक अनिल अवस्थी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने वोकल फॉर लोकल की बात पर जोर दिया है। इसके बाद लोग स्वदेशी वस्तुएं अपनाने लगे हैं। इसे और बढ़ाना है।
स्वदेशी जागरण मंच के जिला संयोजक राजकुमार नामदेव ने कहा कि स्वदेशी मेला आत्मनिर्भर भारत की ऊंचाई का प्रतीक है। मेला में स्टाल पर जो उत्पाद मिल रहे हैं उसकी सबसे बड़ी खासियत इनका शुद्ध देशी तकनीक से बनना है। वह चाहे हस्तकला से निर्मित वस्तुएं हों या फिर ये लकड़ी से बनाए गए सजावटी सामान हो ।
मेला सह संयोजक सौरभ रांधेलिया, रिशांक तिवारी, करण श्रीवास्तव, नितिन सोनी ने बताया कि आज मेला का चौथा दिन है और प्रतिदिन जैसे-जैसे लोगों को स्वदेशी मेला के बारे में जानकारी मिल रही है, वैसे-वैसे लोग बड़ी संख्या में स्वदेशी वस्तुओं को खरीदने हेतु मेले में आ रहे हैं।
मेला सांस्कृतिक प्रभारी नितिन पटैरिया एवं मीडिया प्रभारी अखिलेश समैया ने कहा कि स्वदेशी मेला में सागर शहरवासियों की रूचि देखने के लिए मिल रही है। मैं शहर की जनता का आभार व्यक्त करता हूं।
इस अवसर पर विभाग कार्यवाह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ अशोक दुबे, जिला कार्यवाह रहली कमलेश अवस्थी, पूर्व विधायक सुनील जैन, विनय मलैया, प्रीति मलैया, राजेश सिंघई, महेश पंडित, चंपक भाई, एड. अरविंद रवि, आदेश जैन, डॉ. आशा जैन, एड. अंकलेश्वर दुबे, हिमांशु दुबे, प्रकाश जैन पायल, एड. अरविद जैन रवि, सुनील सागर, अभिषेक रजक, रविन्द्र सिंह ठाकुर, रश्मि सबलोक, महेश जैन, विमल जैन, अंजली दुबे, डॉ. श्वेता नेमा, अंशु सबलोक, मीनाक्षा छाबड़ा, सिम्मी सबलोक, संगीता शर्मा, माही खत्री, रतन शर्मा, वीना रामपाल, कवल जीत, जपनीत कौर, जान्हव्या छाबड़ा, आदि उपस्थित थीं।