



सागर
शासकीय स्वशासी कन्या महाविद्यालय, सागर में अर्थशास्त्र विभाग में 01 एवं 02 मार्च 2025 को होने वाली दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के सुनियोजित संचालन हेतु चर्चा एवं विचार, सुझाव हेतु बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें जिले के विभिन्न महाविद्यालयो में पदस्थ अर्थशास्त्र विषय के सहायक प्राध्यापक एवं अतिथि विद्वान शामिल हुये, बैठक में प्राचार्य डॉ. आनंद तिवारी ने सम्मानीय सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा आपके जीवन में यह अवसर आपको चुनौती की तरह होगा जिससे आप अपने कैरियर में अकादमिक कार्यों का संचालन क्रियान्वयन सीख कर शोध में रूचि रखने वाले विद्यार्थियों को प्रशिक्षित कर सकेंगे, तथा हमारे लिए भी आपकी उपस्थिति एवं सहयोग संगोष्ठी को जीवंत बनाएगा। आपके शोध आलेख एवं वाचन अन्य लोगों को प्ररेणा देगें। संगोष्ठी की आयोजन सचिव डॉ. अंजना चतुर्वेदी ने कहा आपने हमारे अनुरोध को स्वीकारा और उपस्थिति दी, इस हेतु हम आपके आभारी है। दो दिवसीय यह संगोष्ठी आपके शोध पत्र एवं संचालन से ही सफलता को स्पर्श करेंगी। अर्थशास्त्र विषय का यह सागर जिले का परिवार ही इस संगोष्ठी का आयोजनकर्ता है। संगोष्ठी के तकनीकी सत्रों का संचालन एवं रिपोर्टिंग आपके द्वारा सम्पन्न किया जावेगा। बैठक में निर्णय लिया गया कि शोध पत्र वाचन करने वालों को ही प्रमाण-पत्र दिया जाएगा।
शोध के क्षेत्र में विद्यार्थियों को कैसे आगे बढ़ाया जाये तथा उन्हें कैसे शोध हेतु मार्गदर्शित किया जाये, यह संवेदनशील कार्य है जो हम शिक्षकों को संकल्प के साथ करना चाहिए। डॉ. नीरज तोपखाने इस संगोष्ठी को हाईमोड पर भेजने की चर्चा की। अंकित सूर्यवंशी ने कहा सभी शोधार्थी को शोध पत्र पढ़ने का अवसर प्रदान कर उनके आत्मविश्वास को बढ़ाकर दूसरों को प्रेरित करने का मौका प्रदान किया जाना चाहिए। डॉ. नीजर गौतम ने इस शोध को छात्रों को उपयोगी बनाने के संदर्भ में सुझाव दिए ताकि छात्र-छात्रायें आगे चल कर शोध पत्र का लेखन कर सके। इस चर्चा में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. आनंद तिवारी, आयोजन सचिव डॉ. अंजना चतुर्वेदी, डॉ. रूचि राठौर, शासकीय महाविद्यालय रहली, डॉ. रेखा वर्मा, शासकीय महाविद्यालय मालथौन, डॉ. विनोद सनोडिया, शासकीय महाविद्यालय खुरई, डॉ. विशाल मिश्रा, शासकीय कन्या महाविद्यालय बीना, डॉ. गजेन्द्र रावत, शासकीय महाविद्यालय मालथौन, डॉ. दुर्गेश नंदनी गायकवाड, शासकीय महाविद्यालय खिमलासा, डॉ. भूपेन्द्र कुमार, डॉ. मनीषा शर्मा, डॉ. दीप्ति जैन, उपस्थित थे।