



सागर
डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर अर्थशास्त्र विभाग और अंतर्राष्ट्रीय संयोजन प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में कुलपति प्रो. डॉ. नीलिमा गुप्ता के निर्देशन में भारतीय वन प्रबंधन संस्थान (IIFM) भोपाल द्वारा आउटरीच कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया। कार्यक्रम का उद्देश्य वन प्रबंधन और संबंधित विषयों के क्षेत्र में अकादमिक सहयोग को बढ़ावा देने और ज्ञान का प्रसार करने के लिए एक गतिशील मंच प्रदान करना था. कार्यक्रम में भारतीय वन प्रबंधन संस्थान भोपाल के डॉ. एस. पी. सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. अर्थशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ. केशव टेकाम ने स्वागत भाषण दिया.
डॉ. एस. पी. सिंह ने विद्यार्थियों को वन प्रबंधन के अकादमिक क्षेत्र और शोध आयामों के बारे में महत्त्वपूर्ण चर्चा की. उन्होंने कहा कि यह प्रबंधन का एक नया क्षेत्र हैं जिसमें विद्यार्थी अपना कैरियर बना सकते हैं. उन्होंने संस्थान में अध्ययन के पाठ्यक्रमों और शोध पाठ्यक्रमों की जानकारी साझा करते हुए कहा कि पूरे विश्व में पर्यावरण और वनों के संरक्षण की बात की जा रही है. जीव जगत के अस्तित्व के लिए वन संपदा की प्रचुर मात्रा आवश्यक है. प्रबंधन के कई आयामों पर बहुत से पाठ्यक्रम संचालित किये जाते हैं लेकिन वन प्रबंधन भी आज के समय में महत्त्वपूर्ण विषय के रूप में उभर रहा है. उन्होंने विश्वविद्यालय और भारतीय वन प्रबंधन संस्थान के बीच अकादमिक और शोध साझेदारी की संभावनाओं पर भी चर्चा की. उन्होंने विद्यार्थियों के प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर भी दिए.
अंतर्राष्ट्रीय सहयोग प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ. आर. वेंकटमुनि रेड्डी ने कार्यक्रम का संयोजन करते हुए कहा कि शिक्षा के प्रसार, अंतरानुशासनिक विषय के प्रति विद्यार्थियों के रुझान को बढ़ाने, शैक्षणिक साझेदारी जैसी पहल के लिए दोनों संस्थानों की साझा प्रतिबद्धता से नए आयाम विकसित होंगे. इस तरह की पहल से अनुसंधान और नवाचार के सहयोगात्मक प्रयासों से उत्कृष्टता बढेंगी. इस अवसर पर विभागीय शिक्षक डॉ. वीना थावरे, डॉ. अखिलेश सिंह, डॉ. एकता श्रीवास्तव सहित अन्य शिक्षक उपस्थित थे. कार्यक्रम में 100 से अधिक विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों ने भागीदारी की.