



सागर
एल्यूमी कनेक्ट के अंतर्गत संगीत विभाग डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर में पूर्व छात्र श्री जितेन्द्र गोलंदाज नें ” विद्यालय स्तर में संगीत से रोजगार के अवसर” विषय पर व्याख्यान दिया। जितेंद्र जी जवाहर नवोदय विद्यालय, रायसेन-बाड़ी में संगीत शिक्षक के रुप में पदस्थ है। आपने 2006 में संगीत विभाग में स्नातकोत्तर उपाधि अर्जित की और 2007 में संगीत शिक्षक के रूप में पदस्य हुए । छोटी बहन प्रतिभा गोलंदाज ने विभाग से एम ए संगीत उपाधि लेकर केन्द्रीय विद्यालय में संगीत शिक्षक का पद प्राप्त किया है।
जितेंद्र जी का चयन केन्द्रीय विद्यालय में भी हुआ। श्री गोलंदाज ने बिभाग के स्नातक स्नातकोत्तर एवं शोध के विद्यार्थियों को बताया कि
इक साधे सब सधे सब साधे सब जाए। एक राग की साधना पूरे मनोयोग से करने पर उसकी साधना का प्रतिफल आगे के रागों में भी दिखता जाएगा। संगीत को कागज पर या मोबाइल में अंकित करने की अपेक्षा सीधे मस्तिष्क में अंकित करने से ही सफलता पाई जा सकती है।
विभाग के प्लेसमेंट सेल प्रभारी डा अवधेश प्रताप सिंह तोमर ने कार्यक्रम का समन्वय किया। डॉ राहुल स्वर्णकार ने स्वागत उद्बोधन एवम अतिथि सम्मान किया। विभाग अध्यक्ष प्रो अशोक अहिरवार एवं प्लेसमेंट सेल प्रभारी प्रो जी एल. पुणतांबेकर के मार्गदर्शन में कार्यक्रम आयोजित किया गया। शोध छात्र आकाश जैन एवं स्तुति खंपरिया नें संचालन किया ।