नगर निगम आयुक्त की सहजता– स्वच्छता अभियान से जुड़ाव का नया प्रयास

*नागरिकों से सीधा संवाद कर दिया स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश*
सागर
नगर निगम आयुक्त ने स्वच्छता अभियान को जनभागीदारी से जोड़ने के उद्देश्य से एक अनूठी पहल की दरअसल 16 जनवरी शाम को निगम आयुक्त  राजकुमार खत्री शीतला माता मंदिर चौराहे पर स्वच्छ सर्वेक्षण के अंतर्गत मेरा शहर मेरी पहचान 2024 एवं नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए शीतला माता मंदिर चौराहे पर 16 जनवरी को आयोजित किए जाने वाले स्वच्छता की गागर अपनों सागर अभियान के अंतर्गत की जा रही तैयारियो का निरीक्षण करने पहुंचे तो उन्होंने देखा कि पास ही बने एक घर के बाहर कुछ लोग ठंड से बचाव के लिए अपने आंगन में आग ताप रहे हैं, यह देखकर निगम आयुक्त भी सहज भाव के साथ उन नागरिकों के बीच पहुंच गए और उनके बीच बैठकर आग तापने लगे , इसी दौरान उस घर के परिवार के सदस्यों ने संक्रांति के लड्डू निगम आयुक्त को दिए जिसे उन्होंने बड़ी सहजता और खुशी-खुशी लड्डू खाकर त्योहार के इन लड्डुओं का आनंद उठाया और सबको न संक्रांति की शुभकामनाएं दी साथ ही उनसे शहर को साफ सुथरा और सुंदर बनाने के लिए चर्चा की तो नागरिकों ने निगम द्वारा शहर को स्वच्छ और ऐतिहासिक महत्व के स्थानों को सुंदर और स्वच्छ बनाने के लिए किये जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की , तो उन्होंने नागरिकों से कहा कि यह प्रयास जब तक पूरी तरह से सफल नहीं होंगे जब तक कि इन सब कार्यों के लिए हर शहरवासी अपने-अपने स्तर से जो संभव हो सके वह स्वच्छ और साफ-सुथरा शहर बनाने के लिए प्रयास करें और इस दिशा में किसी का इंतजार किए बिना स्वयं पहल शुरू करें क्योंकि अच्छी पहल के लिए अपने आप आदमी जुडते चले जाते हैं तब कहीं जाकर प्रयास सफल होता है, इसलिए हम सबको।स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास करना पड़ेगा, निगमायुक्त कि यह बात सुनकर वहां मौजूद नागरिकों को यह महसूस हुआ कि शहर का नेतृत्व उनसे सीधे जुड़ा हुआ है और उनके योगदान को महत्व देता है,चर्चा के दौरान आयुक्त ने नागरिकों को शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए प्रेरित ही नहीं किया बल्कि अपने स्तर पर प्रयास शुरू करने के लिए आगे आने को कहा उन्होंने कहा, “शहर की स्वच्छता और सुंदरता केवल नगर निगम की जिम्मेदारी नहीं है। हर नागरिक को अपने आस-पास स्वच्छता बनाए रखने और दूसरों को भी प्रेरित करने की जिम्मेदारी उठानी चाहिए।”उन्होंने विशेष रूप से प्रतिबंधित पॉलीथिन के उपयोग को समाप्त करने पर जोर दिया और इसके स्थान पर कपड़े के थैलों के उपयोग को बढ़ावा देने को कहा और उन्हें समझाया कि “पॉलीथिन के उपयोग से न केवल हमारा पर्यावरण दूषित होता है, बल्कि यह घरों में गंदगी का कारण भी बनता है, इसलिए पर्यावरण संरक्षण के लिए हमें अपने दैनिक जीवन में छोटे बदलाव लाने होंगे।
नागरिकों ने नगर निगम द्वारा किए जा रहे प्रयासों की प्रशंसा करते हुए आश्वासन दिया कि वे अपने स्तर पर स्वच्छता बनाए रखने के लिए पूरी कोशिश करेंगे इस प्रकार आयुक्त की इस सहज और प्रेरणादायक पहल से नागरिकों में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ जो स्वच्छता अभियान के प्रति यह प्रयास न केवल नागरिकों को जागरूक करेगा, बल्कि उन्हें अपने शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने में सक्रिय भागीदार भी बनाएगा।

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