



कोई जनहानि नहीं, निरीक्षण करने पहुंची बीना बीआरसी
बीना-बेरखेड़ी माफी प्राथमिक स्कूल की दीवार का एक हिस्सा गिरा बाहर की तरफ गिरा मलबा कोई जनहानि नहीं निरीक्षण करने पहुंची बीना बीआरसी ।उल्लेखनीय है कि सागर जिले के शाहपुर में दीवार गिरने से जहां 9 बच्चों की मौत के बाद भी प्रशासन सबक नहीं ले रहा है। ब्लॉक के कई स्कूल जर्जर भवनों में लग रहे हैं। ऐसे ही बीना के बेरखेड़ी माफी में उस समय बड़ा हादसा होने से टल गया जब गांव के सालों पुराने प्राथमिक स्कूल के भवन की अचानक से दीवार का एक हिस्सा गिर गया, शुक्र है कि मलबा बाहर की तरफ गिरी, नहीं तो बच्चे इसकी चपेट में आ जाते।
बीना ब्लॉक के बेरखेड़ी माफी के प्राथमिक स्कूल के जिस कमरे में स्टाफ बैठता था, वहां पीछे कुछ गिरने की बहुत तेज आवाज आई और वहां मौजूद शिक्षिका ने बाहर आकर देखा, तो दीवार का बड़ा हिस्सा गिर गया था। खतरे को देखते हुए उन्होंने बच्चों को बाहर कर दिया और पूरा सामान हटाया।
यदि दीवार का बड़ा हिस्सा गिरता, तो भवन की छत पर रखे पत्थर गिरने से शिक्षक, विद्यार्थी चपेट में आ जाते हैं। जिस भवन में कक्षाएं लग रहीं थी वह करीब 60 साल पुराना है, जो जर्जर हो चुका है। बाजू में करीब दस वर्ष पूर्व बने भवन की छत जर्जर हो चुकी और जिससे बच्चों को नहीं बैठाया जा सकता है, जबकि स्कूल में दर्ज संख्या 70 है।
इसके अलावा कोई सरकारी भवन गांव में न होने से स्कूल का संचालन नहीं हो पा रहा है। ग्रामीण लंबे समय से नया भवन की मरम्मत या फिर नया भवन बनाने की मांग कर रहे हैं। साथ ही बारिश होने पर छत से पानी भी कमरों में भर जाता है और परिसर भी कीचड़ में तब्दील है, इस कारण बच्चों को आने-जाने में परेशानी हो रही है।
*इनका कहना है*
स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे हैं
दीवार का एक हिस्सा गिरने की सूचना के बाद स्कूल का निरीक्षण किया है। स्कूल भवन जर्जर होने की वजह से स्कूल प्रबंधन को निर्देश दिए गए हैं कि गांव में दूसरी जगह देखकर वहां स्कूल लगाया जाए।
*बीआरसी महेंद्र जाट*