



सागर
सुबह होने में कुछ समय शेष होगा , गलियों में कोई चहल पहल नहीं थी मानो सुबह होने का इंतजार हो तभी एक महिला घर के दरवाजे खोलती हैं और घर के बाहर हाथ में बडी सी पालिथिन में कुछ लिए बाहर निकलती है जिसको देखकर लगता है कि वह कहीं जाने वाली हो परंतु वह कहीं नहीं जाती है बल्कि हाथ में लिए उस पालीथिन को स्वयं के घर से 10 कदम की दूरी पर रोड के किनारे फेंक देती है जिसमें घर का निकला हुआ कचरा है जिसको सड़क पर डालकर घर के अंदर चली जाती है मानो उसका काम हो गया और किसी ने उन्हें देखा भी नहीं परंतु वह महिला यह भूल गई की वह इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर के कैमरो से 24 घंटे शहर के प्रमुख स्थानो, सड़कों ,चौराहों पर कचरा फेंकने वालों पर नजर रखी जा रही है इसलिए उस महिला का यह काम भी तीसरी आंख में कैद हो गया फिर क्या था इसकी मोबाइल से वीडियो सहित जानकारी जोन प्रभारी अपने साथ नगर निगम के कर्मचारीयों को लेकर गांधी चौक वार्ड स्थित उस महिला के घर खारिया निवास पर पहुंचे तो उन्हें यकीन ही नहीं हुआ कि उन्होंने कोई गलती की है लेकिन जब उन्हें पूरा वीडियो बताया गया फिर उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ और उनके ऊपर ₹500 रूपये की चालानी करवाई की गई तब उन्हें आभास हो गया कि हमने तो सोचा था कि किसी ने हमें नहीं देखा परंतु उन्हें मालूम होना चाहिए कि रोड नालियों में कचरा फेंकने वालों पर तीसरी आंख से 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है *इसलिए सड़कों पर कचरा फेंकोगे -तो पड़ेे जाओगे*