



सागर
मप्र में कानून व्यवस्था समाप्त प्राय है-
मध्य प्रदेश के सीधी जिले में भाजपा के नेता और विधायक प्रतिनिधि के द्वारा शराब के नशे और सत्ता के मद में चूर होकर सरेआम आदिवासी पर पेशाब की गई है। यह एक अर्थ में एक व्यक्ति पर नहीं बल्कि समूचे प्रदेश – सरकार और समाज पर पेशाब करने के समान है। अपराधियों की यह हिम्मत इसलिए हुई है कि पिछले दिनों प्रदेश में सत्ताधीशों के द्वारा व उनके सँ रक्षण में जो अपराध किए गए हैं, उन पर, सरकार मूकदर्शक रही है। मध्यप्रदेश की विधानसभा के स्पीकर महोदय के बेटे के द्वारा टोल पर खुलेआम पुलिस अधिकारियों को गंदी-गंदी गालियां दी गई थी। परंतु, कोई कार्यवाही तो दूर,उल्टे पुलिस वाले ही स्पीकर पुत्र से माफी मांगते नजर आए।ऐसी कितनी ही घटनाएं उदधृत की जा सकतीं हैं।
लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी, ऐसा महसूस करती है कि मध्यप्रदेश में कानून का राज समाप्त हो चुका है और महामहिम राष्ट्रपति जी से मांग करती है कि मध्य प्रदेश सरकार को बर्खास्त किया जाए। अगर राष्ट्रपति जी ने यह कदम नहीं उठाया तो पार्टी शीघ्र दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना देकर प्रदेश सरकार की बर्खास्तगी की मांग करेगी।