अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की उल्टी गिनती कार्यक्रम

सागर

. तनाव जीवन को कष्टमय बना देता है जबकि खुशनुमा माहौल जीवन को नई दिशा प्रदान करता है. युवा वर्ग अपनी शक्ति और ऊर्जा को रचनात्मक एवं राष्ट्र निर्माण में लगाएँ तभी वे समाज और देश की तरक्की का कारण बन सकते हैं. योग जीवन शैली एवं साधना पद्वति ऐसी प्रशिक्षण विधि है जो जिम और कार्डियो व्यायाम से अधिक प्रभावकारी साबित होती है क्योंकि ये व्यक्ति के शारीरिक और मानशिक पक्षों को बल प्रदान करती हैं. उक्त उद्‌गार बुदेलखंड मेडीकल कालेज नेत्र विभाग के अध्यक्ष प्रो. प्रवीण खरे ने योग शिक्षा विभाग के द्वारा अंर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों के शुभारंभ कार्यक्रम में व्यक्त किए.
विशिष्ट वक्ता छिंदवाडा से पधारे डॉ. रामशंकर दियावर ने कहा कि आप विद्यार्थियों में ऋषि चेतना का प्रभाव है जो आप योग साधक बने हैं. योग दर्शन है, विज्ञान तथा चिकित्सा पद्धाति है. योग साधना है साघन है ओर साध्य है. समग्र जीवन दृष्टिकोण में इस विषय को अपनाने से हम नैतिक चारित्रिक और शारीरिक स्वास्थ्य प्राप्त कर अध्यात्मिक उत्कर्ष प्राप्त कर सकते हैं.
अध्यक्षीय उद्बोसधन में विभागाध्यक्ष प्रो. बी.आई गुरु ने कहा कि योग विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों प्रारंभ करना विभागीय परंपरा का समुचित निर्वहन है. अपनी शुभकामनाएँ देते हुए प्रो. गुरु ने कहा कि हमारा जीवन नित नूतन हो, नित नवीन हो और नित अपूर्व हो ताकि हम परमात्मा के जीवन के ध्येय की पूर्ति करने के योग्य बनें.
स्वागत भाषण देते हुए डॉ. अरुण कुमार साव ने कहा कि भारत सरकार के आयुष मंत्रालय से एक सौ दिन की उल्टी गिनती से अंर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियाँ प्रारंभ की जाती है. इसके बाद देश में अलग अलग स्तर पर विविध आयोजन किए जाते हैं. योग विभाग आज से 85 दिन तक इस विद्या के प्रति समाज में जागरूकता और प्रसार का कार्य करेगा.
कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ नितिन कोरपाल ने कहा कि आगामी दिनों में विभाग द्वारा शहर में अनेक स्थानों पर निशुल्क योग शिविर आयोजित किए जायेंगे. विभाग में योग संगोष्ठी एवं योग प्रतियोगिताएँ आयोजित की जायेंगी. ये समस्त आयोजन आगामी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए एक महौल का निर्माण करेंगे और दसवों योग दिवस भव्य एवं विशाल रूप में मनाया जायेगा.
अंत में आभार ज्ञापन डॉ. ब्रजेश ठाकुर ने किया. कार्यक्रम में कृति यादव एवं यशी यादव ने कृष्ण वंदना पर नृत्य, कामिनी चौबे ने योग गीत प्रस्तुत किया. विभागीय विद्यार्थियों ने योगाभ्यासों की प्रस्तुति की.

Leave a Comment