राष्ट्रीय महिला साहित्यकार सम्मेलन में डॉ वंदना गुप्ता की भागीदारी -“वैचारिक स्वच्छता अभियान “का किया आगाज़

 

सागर
अखिल भारतीय साहित्य परिषद द्वारा आयोजित प्रथम राष्ट्रीय महिला साहित्यकार सम्मेलन बड़ताल, जिला आनंद, गुजरात में स्वामी नारायण मंदिर के सभागार में दिनांक 31अगस्त व1सितम्बर को सम्पन्न हुआ। जहाँ भारत के सभी प्रांतों से संभागीय स्तर पर चयनित लगभग 275 महिलाओ ने प्रतिनिधित्व किया।
संभाग से महाकौशल प्रांत कोषाध्यक्ष डॉ वन्दना गुप्ता की  भागीदारी थी।उन्होंने अपने विषय “समाजसुधार” वैचारिक स्वच्छता अभियान -माँ बहन बेटी गालियाँ बंद होना चाहिए” पर अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया, जिसे सभी ने ऐतिहासिक कदम बताते हुए स्वीकार किया और इस अभियान को गति प्रदान करने का संकल्प लेते हुए सभी ने “वैचारिक स्वच्छता अभियान सर्वे गूगल फार्म “को भरा।
यह दो दिवसीय सम्मेलन विभिन्न सत्रों में सम्पन्न हुआ जहाँ सम्मेलन विषय “भारतीय नारी गौरव गरिमा एवं महिमा” पर पद्मश्री डॉ विद्या बिन्दु सिंह जी ,पद्मश्री नीरजा माधव जी व पद्मश्री सुश्री निवेदिता भिड़े जी,साहित्य अकादमी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ कुमुद शर्मा जी,साहित्य परिषद राष्ट्रीय मंत्री के रूप में उत्तर प्रदेश से श्री पवनपुत्र बादल जी ,दिल्ली से डॉ नीलम राठी जी ,मध्य प्रदेश से डॉ साधना बलवटे जी, आंध्र प्रदेश से श्रीमती शेषरत्नम जी,गुजरात से श्री इन्दु शेखर तत्पुरुष जी,मुम्बई से श्री दिनेश प्रताप सिंह जी,राष्ट्रीय संगठन मंत्री बाल न्यायालय न्यायाधीश डॉ रीता सिंह जी उत्तराखंड से  ,  ने अपने वक्तव्य से महिलाओं का मार्गदर्शन किया।इस सम्मेलन के सूत्रधार राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री श्रीधर पराड़कर जी ग्वालियर थे। कुल गुरू सरदार वल्लभ भाई पटेल विश्वविद्यालय प्रोफेसर निरंजन पटेल जी गुजरात अध्यक्ष के संयोजन में सम्पूर्ण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

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