



विजय निरंकारी /सागर
पुलिस के वाहन पुलिस बल और अपराधियों को लाने ले जाने के अलावा और भी काम कर रहे हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर कुछ फोटो वायरल हुए। बंडा पुलिस के डिग्गा जेल वाहन में लदे सागौन के कटे पेड़ के ये फोटो जिसने भी देखे देखता ही रह गया। पुलिस और वन विभाग के जिम्मेदारों को तो मानो कोई जवाब ही नहीं सूझ रहा था। फोटो कहां से आए, किसने खींचे इस तरफ जांच चल रही थी कि इसी बीच बंडा थाना प्रभारी उपमा सिंह को लाइन अटैच कर दिया गया और इस पूरे मामले की जांच एडिशनल एसपी डॉ. संजीव उईके को सौंप दी गई। अब जांच होगी तो यह भी पता चलेगा कि सागौन किसके कहने पर कहां ले जाई जा रही थी और इनमें कौन-कौन शामिल हैं ? क्या वाकई यह सागौन की तस्करी का मामला है या माजरा कुछ और है? इसमें पुलिस और वन विभाग का कोई गठजोड़ है तो किस हद तक। यदि सागौन पुलिस के वाहन से कहीं भिजवाई भी जा रही थी तो संबंधित वन विभाग के अमले को इसकी जानकारी क्यों नहीं लग पाई। बहरहाल, वरिष्ठ अधिकारियों ने बंडा टीआई के लाइन अटैच होने की जानकारी देते हुए जांच कराने की बात कही है।