



सागर
न्यू गोल्डन डे, न्यू गोल्डन नाइट, धमस डे, धमस नाइट, मधुर डे, मधुर नाइट, कल्याण, राजधानी नाइट इन नामों की धूम कई घर बर्बाद होने की कगार पर,समय रहते लगना चाहिए अंकुश। शहर का सबसे बड़ा थाना इन दिनों सत्ते के कारोबार को लेकर चर्चा का विषय बना हुआ है।
मोतीनगर थाना अंतर्गत आने वाले कई स्थान सट्टा खिलाने वालों की पहली पसंद बन गए हैं।जगह जगह सट्टा के अड्डे लगने लगे हैं खुले आम सट्टा की बुकिंग ली जाती है। अगर बात करे गल्लामंडी के आसपास की तो सूत्र बताते हैं कि वहां राम जी से लेकर लक्ष्मण जी भी सट्टा खिला रहे हैं जिनके पास हजारों रुपए की रोज का आदान प्रदान किया जाता है।वही राहतगढ़ स्टैंड के पास शल्लू नाम का व्यक्ति ऑटो में बैठकर सट्टा की बुकिंग लेता है।वही माता मडिया के पास पुराना नाम काफी हे जो सट्टा की बुकिंग में दिनभर मगन रहता हे ऐसे में कही न कही मोतीनगर पुलिस पर सवालिया निशान खड़ा होता है।क्या बिना पुलिस की जानकारी के खुले आम ऐसे समाज को खराब करने वाले सटे के गेम को खिलाया जा सकता है।प्राप्त जानकारी के अनुसार कोई हे जो थाने के मैनेजमेंट को देखता है जिसके कारण इन सबको सरंक्षण प्राप्त हे।हालांकि मोतीनगर थाना प्रभारी इन सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ है।उनकी कार्यशैली से क्षेत्र की जनता बहुत खुश हे मगर कही न कही इस तरह से उनके ऊपर भी उंगलियां उठना शुरू हो गई हे । अब ऐसे में काबिल थाना प्रभारी सट्टा खिलाने वालों के खिलाफ क्या कार्यवाही करते हे ये देखना लाजमी होगा। इस संबंध में जब मोतीनगर थाना प्रभारी जशवंत सिंह राजपूत से बात की गई तब उन्होंने बताया कि सट्टा एक सामाजिक बुराई हे इसके खिलाफ जब भी जानकारी मिलती हे कार्यवाही की जाती हे ओर आगे भी कार्यवाही की जाएगी।