लापरवाही की सभी हदे की पार, शासकीय चिकित्सालय में शर्मसार करने वाली घटना

इससे भी ज्यादा लापरवाही जीआरपी की भी है

पूरी रात अस्पताल के वार्ड में नग्न अवस्था में जमीन पर पड़ा रहा शव, कटा हाथ पड़ा था अलग थलग

ट्रेन से गिरे एक व्यक्ति को अस्पताल लाया गया था, जहां उसकी मौत होने पर शव को मर्चूरी में रखने की जगह वार्ड में ही छोड़ दिया गया, जबकि शव क्षत विक्षत अवस्था में था और उसे डीप फ्रीजर में रखना जरूरी था

बीना/शासकीय चिकित्सालय बीना में शर्मसार करने वाली एवं विचलित करने वाली एक घटना सामने आई है लापरवाही की हद कर दी पार आखिर सरकारी अस्पताल में कब तक रहेगा यह लापरवाही का अंबार कब प्रशासन इस ओर देगा ध्यान। मिली जानकारी के अनुसार ट्रेन से गिरे एक युवक का कटा हुआ हाथ और शव पूरी रात जमीन पर अलग-अलग पड़ा रहा। यह भयानक दृश्य देखकर दूसरे मरीज विचलित हो गए, इसलिए वार्ड का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया गया। करीब 10 घंटे बाद जीआरपी की इंसानियत जागी और तब जाकर शव सुबह 10 बजे मर्चुरी में शिफ्ट कराया गया यदि देखा जाए तो इसमें सबसे बड़ी लापरवाही तो जीआरपी की भी है।
मिली जानकारी के अनुसार आगासौद स्टेशन के पास अज्ञात युवक किसी ट्रेन से गिर गया था। इस हादसे में युवक का एक हाथ और पैर कटकर अलग हो गया था। सूचना मिलने पर डायल 100 स्टाफ ने युवक को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन अस्पताल पहुंचते ही युवक की मौत हो गई। युवक का शव मर्चुरी में रखवाने के बजाय वार्ड नंबर दो में लावारिश अवस्था में छोड़ दिया गया। इसके अलावा कंधे से कटकर अलग हो चुके हाथ को शव के पास ही जमीन पर डाल दिया। शव पूरी रात वार्ड में लावारिश की तरह पड़ा रहा। वहाँ आते-जाते लोगों की नजर शव पर न पड़े इसके लिए वार्ड का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया, और इससे भी ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि ट्रेन से गिरने के कारण युवक के कपड़े फट चुके थे। अस्पताल स्टाफ और पुलिस ने नग्न अवस्था में पड़े शव को कपड़े से ढंकना भी उचित नहीं समझा। अस्पताल में संवेदनहीनता का यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी शव को लेकर गंभीर लापरवाही के और भी कई मामले सामने आ चुके हैं। आखिर प्रशासन की नींद कब खुलेगी की आए दिन ऐसी घटनाएं घटती हैं आखिर इन पर अंकुश कब लगाया जाएगा कि इस तरह की लापरवाही अब आगे ना आए।

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